नगरनौसा प्रखंड की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति काफी लचर व्यवस्था दिख रहा है,शिक्षा व्यवस्था को सुधारने वाले तंत्रों पर शिक्षाविद व अभिभावकों द्वारा सवाल भी उठाये जा रहे हैं।
नगरनौसा प्रखंड की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति काफी लचर व्यवस्था दिख रहा है,शिक्षा व्यवस्था को सुधारने वाले तंत्रों पर शिक्षाविद व अभिभावकों द्वारा सवाल भी उठाये जा रहे हैं।
नगरनौसा।।
नगरनौसा प्रखंड की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बदतर बनी हुई है।शिक्षा व्यवस्था को सुधारने वाले तंत्रों पर शिक्षाविद व अभिभावकों द्वारा सवाल भी उठाये जा रहे हैं।बावजूद इसके व्यवस्था को सुधारने की दिशा में सरकारी मुलाजिमों द्वारा समुचित तरीके से कार्य नहीं किया जा रहा है।प्रखंड के कई शिक्षकों ने नियम के विरुद्ध विभागीय मिलीभगत कर मनमाने तरीके से अपनी सुविधा अनुकूल अपना प्रतिनियोजन करवा लिया है।सबसे अहम सवाल यह है कि सरकार द्वारा बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान कराये जाने को लेकर शिक्षकों को विद्यालय में पदस्थापन कराया गया. वहीं दर्जनों ऐसे शिक्षक भी है, जिन्होंने नियम के विरुद्ध विभागीय मिली भगत कर मनमाने तरीके से अपनी सुविधा अनुकूल अपना प्रतिनियोजन करवा लिया है।मालूम हो कि जिला शिक्षा कार्यालय व प्रखंड शिक्षा कार्यालय के पदाधिकारी से सांठ गांठ कर दर्जनों शिक्षक अपने मूल विद्यालय को छोड़ बीआरसी, प्रखंड मुख्यालय सहित अन्य प्रखंड के विद्यालयों में अपना प्रतिनियोजन करवा कर वर्षों से जमे हुए है. प्रतिनियोजन के मामले में विभागीय पदाधिकारी की मनमानी व सांठगांठ के कारण प्रखंड व पंचायत शिक्षकों को दूसरे प्रखंड में भी प्रतिनियुक्त कर दिया गया है।ऐसे शिक्षकों का मासिक अनुपस्थिति भेजने का अतिरिक्त कार्य संबंधित विद्यालय के प्रबंधन को देखना पड़ रहा है।ताकि उनके वेतन भुगतान में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो सके।सूत्रों की माने को प्रतिनियुक्ति शिक्षक में कुछ शिक्षक ऐसे भी है जो आजतक अपना मूल विद्यालय नहीं गए हैं और न ही प्रतिनियुक्ति विद्यालय जाते हैं।प्रतिनियुक्ति का खेल में अधिकारी ही शामिल हैं। प्रतिनियुक्ति शिक्षक में कुछ ऐसे भी शिक्षक हैं जो आज विद्यालय में योगदान लिए और कल से प्रतिनियुक्ति पर चले गए।इनका जब भी प्रतिनियुक्ति टूटता तो कल ही अधिकारियों से मिलकर दूसरे जगह पर प्रतिनियुक्ति कर लेते हैं।लेकिन प्रतिनियुक्ति टूटने पर विद्यालय में योगदान नहीं देते है एवं उसी प्रतिनियुक्ति लेटर पर प्रतिनियुक्ति विद्यालय में जाकर अपना योगदान दे देते हैं।प्रतिनियुक्ति का खेल इस कदर हावी है कि जब भी प्रतिनियुक्ति को लेकर अधिकारी फ़रमान सुनाते है तबतब प्रतिनियुक्ति में रहे शिक्षक अपना नया प्रतिनियुक्ति दिखा देते हैं।जैसे कि एक बर्ष या छह माह पूर्व ही इनका प्रतिनियुक्ति किया गया हो।जब जब कोई नए शिक्षा पदाधिकारी आते हैं तब तब ऐसे शिक्षक अपना प्रतिनियुक्ति को नए स्तर से प्रतिनियुक्ति करा लेते हैं।

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