पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने राजगीर में कहा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार के विकास से अब कोई मतलब नहीं रहा,अब सिर्फ समय काट रहे हैं
पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह एक दिवसीय दौरे पर राजगीर पहुंचे,और उन्होंने बिहार की राजनीति पर खुलकर बोला,साथ ही उन्होंने जदयू संगठन के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के ऊपर भी कई आरोप लगाएं और उनहोंने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह सीमांचल के दौरे पर आए थे,और जिस प्रकार से वह अपनी बातों को रखा,और वह बातें बिल्कुल सही है,और हम पहले जिस पार्टी में थे,उस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह क्या कह रहे हैं,उनको जरा देखिए,और दोनों में तुलना है जी,और तुलना बराबर में होता है,कहां अमित शाह जी उनकी पार्टी कितने प्रदेशों में सरकारें हैं,और काफी संख्या में सांसद और विधायक हैं,कितने वर्षों का उनको अनुभव है,और दूसरी तरफ घुमा फिरा कर बिहार में ही सिर्फ है
,उनहोंने कहा की बिहार की जनता ने 2022 में अभी 2 साल भी नहीं हुआ है,उनको जनादेश दिया जब एनडीए के लीडर थे,और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बने और यहां एनडीए की सरकार चलीं,उन्होंने कहा कि सब जान रहे हैं कि वह जनादेश के साथ विश्वासघात किया,आज पलटी मारी आज जिस बात की चर्चा हो रही है,अब उनको बिहार के बारे में कोई चिंता नहीं रहा,अब सिर्फ समय काट रहे हैं,अब तो मैं जदयू में नहीं हूं,आज संगठन का क्या हाल बना रखा है,संगठन का हाल जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रखा है,उनके बारे में लोग क्या सोचते हैं,सरकार के नेतृत्व मुख्यमंत्री करता है,और इधर दो वार यह दिल्ली जा चुके हैं,देखिए उनका आज अपना एजेंडा है,
जब प्रधानमंत्री नीति आयोग की बैठक में बुलाते हैं तो वहां नहीं जाते हैं, नीति आयोग में बिहार के बारे में बिकास की चर्चा होती, तो आज कहां जा रहे हैं,विपक्षी एकता करने और यह प्रधानमंत्री बनने के लिए मुहिम चला रखे हैं,और पीछे से आरजेडी के नेता लोग लगे हुए हैं,और आरजेडी के नेता जानबूझकर लगे हुए हैं,आरजेडी के लोग चाहते हैं कि जल्दी से यह खिसके और इनके नेता तेजस्वी बिहार के मुख्यमंत्री बने,हमारी बात जदयू के नेताओं को खराब लगता है,लेकिन यह सच है कि आगे आने वाले दिनों में जदयू और आरजेडी दोनों का विलय होगा,और मुख्यमंत्री ने घोषणा ही कर दिया है कि उनके बाद उत्तराधिकारी कौन है यह सब जान रहे हैं, जनादेश का यह बिल्कुल अपमान किए हैं,
उनहोंने कहा की दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मिले,और इस बार उनके माता जी से मिल रहे हैं,और इस बार अकेले नहीं गए आप देख लीजिए किन के साथ गए,अकेले तो मिलने का परमिशन भी नहीं मिला होगा,तो इसलिए इस वार लालू जी के साथ मिलने के लिए गए,और जो फोटो है बह शानदार फोटो है,पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा की इनका जो पूरा एजेंडा है,जिसमें बिहार है हीं नहीं है,अव इनको बिहार की चिंता ही नहीं है,आज देख लीजिए गांव में विकास का क्या हाल है सड़क टूटी फूटी है,
उनहोंने कहा की आज बिहार को सिर्फ विकसित राज्य बनाने की बात मुख्यमंत्री कहते हैं,एक समय था हमलोग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग कर रहे थे,उस वक्त उड़ीसा सबसे नीचे पायदान पर था,और आज देख लीजिए अभी हाल बिहार सबसे नीचे पायदान पर है,मुख्यमंत्री को समय यहां देना चाहिए,अब इनके एजेंडा में बिहार में विकास है ही नहीं,अब तो आरजेडी के नेता इनको आश्रम भेज रहे हैं प्रवचन देने के लिए, बिहार में अपराध काफी बढ़ा है,और इनके द्वारा सिर्फ 2005 के पहले का हवाला दिया जाता है,आज दिनदहाड़े अपराधिक घटनाएं चरम सीमा पर है,उन्होंने कहा कि बिहार में सात निश्चय योजना और हर घर नल जल योजना में सिर्फ भ्रष्टाचार ही दिखता है,शहर से लेकर गांव तक कुछ काम नहीं हुआ है,आज इनके मंत्री कहते हैं कि अधिकारी उनकी बातों को नहीं सुनते हैं,
जरा सोच लीजिए कि बिहार का कैसा शासन प्रणाली है,आज मुख्यमंत्री को बिहार के काम के लिए वक्त नहीं है,आज बिहार में विकास का काम रुक गया है,मौके पर उपेंद्र कुमार विभूति,विपिन कुमार यादव,मुन्ना सिद्धकी , संजय कुमार गुप्ता ,सूरज यादव ,गिरजा शंकर पांडे ,डॉक्टर अमित कुमार,सहित अन्य लोग मौके पर उपस्थित थे
