राजगीर में तेजी गति से फैल रहे डेंगू को लेकर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर अपने संबंधित पदाधिकारियों के साथ अनुमंडलीय अस्पताल का किया निरीक्षण
राजगीर में तेजी गति से फैल रहे डेंगू को लेकर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर अपने संबंधित पदाधिकारियों के साथ अनुमंडलीय अस्पताल का किया निरीक्षण
राजगीर।।
पर्यटन स्थल राजगीर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में काफी तेजी गति से डेंगू का मामला बढ़ रहा है, जिसके कारण लोगों में काफी हड़कंप मचू हुआ है,वहीं डेंगू के मामले को देखते हुए जिलाधिकारी शशांक शुभंकर अपने संबंधित पदाधिकारियों के साथ राजगीर पहुंचे,और अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण किया, जिलाधिकारी शशांक शुभंकर डेंगू वार्ड में गए जहां एक-एक मरीज का हालचाल लिया और उनकी समस्याओं से अवगत हुए,मौके पर मरीजों एवं उनके परिजनों ने कहां की मरीजों को बिना जांच किए हुए ही रेफर कर दिया जाता है,साथ ही ठीक तरह से जांच रिपोर्ट भी नहीं दी जाती है,अनुमंडलीय अस्पताल में जो रिपोर्ट की जांच होती है और वही जांच निजी जांच घर में कराया जाता है तो दोनों में काफी अंतर दिखता है, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है,
मौके पर मरीज के परिजन निर्भय कुमार त्यागी ने जिलाधिकारी को बताया जी उनके घर में डेंगू से पीड़ित 11 लोग हैं,और वह खुद भी डेंगू से पीड़ित थे,उन्होंने आरोप लगाया कि अनुमंडल अस्पताल में ठीक तरह से इलाज नहीं हो रहा था तब वह अपना मरीज को गया रेफर करा लिए,उन्होंने अस्पताल में व्यवस्था सुधार की मांग की, निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि डेंगू के मामले को देखते हुए अनुमंडलीय अस्पताल में 4 अतिरिक्त डॉक्टर और 8 जीएनएम नर्स की तैनाती की जा रही है,साथ ही 20 और वेड की संख्या बढ़ाई जाएगी,ताकि मरीजों की कोई परेशानी नहीं हो,उनहोंने कहा की अनुमंडलीय अस्पताल में स्पेशल डेंगू के मामले को लेकर हेल्प काउंटर खोला जाएगा,साथ ही जांच की दो और मशीन भी बढ़ाया गया है, जो मशीन से जांच किया जा रहा है उससे गलत रिपोर्ट आ रहे हैं उसको भी ठीक किया जाएगा,अभी तत्काल इसकी जांच पावापुरी अस्पताल में होगी,जिलाधिकारी ने कहा कि गलत रिपोर्ट आने से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है,
लोगों से अपील की जा रही है कि लोग घबरा ही नहीं प्रशासन के द्वारा सभी व्यवस्थाएं ठीक तरह से की जा रही है,लोग सरकारी अस्पताल में आकर अपना इलाज कराएं, जिलाधिकारी ने मरीजों की समस्या सुनने के बाद सिविल सर्जन को यह भी दिशा निर्देश दिया कि जब तक मशीन नहीं बन जाता है जब तक सरकारी खर्चे पर लोगों का जांच प्राइवेट से भी करवाएं, ताकि मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक एक सप्ताह के दौरान पावापुरी अस्पताल में 36 लोगों को पलेटलेट्स को चढ़ाया गया है,उनहोंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है,जिलाधिकारी ने बताया कि पलेटलेट्स 5 दिन में यह एक्सपायर भी हो जाता है, जिलाधिकारी ने कहा कि विकास की शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव फागिंग सहित सभी काम करवाए जा रहे हैं,
वही मौके पर मरीजों ने कहा कि अस्पताल में उन्हें भोजन नहीं दिया जाता है इस मामले को लेकर भी जिलाधिकारी ने अस्पताल के उपाधीक्षक से पूछताछ करते हुए कई दिशा निर्देश दिए, साथ ही लोगों ने ब्लड बैंक खोलने का मांग जिलाधिकारी से किया,वही 2 महीने से अनुमंडलीय अस्पताल के सफाई कर्मियों को वेतन नहीं मिलने पर सभी सफाई कर्मियों ने जिलाधिकारी से मिलकर आवेदन दिया और वेतन की मांग की इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी अनिता कुमारी सिन्हा,सिविल सर्जन डाक्टर अविनाश कुमार सिंह, डीसीएलआर संजय कुमार, सहित संबंधित पदाधिकारी मौके पर उपस्थित थे,

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