जदयू के वरीय नेता सह पुर्व जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस करके जदयू पार्टी से दिया इस्तीफा,लगाए कई आरोप

November 29, 2023


जदयू के वरीय नेता सह पुर्व जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना पासवान ने बुधवार को राजगीर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि वह पार्टी में 1995 से जुड़कर काम रहे थे।और अपना पुरा समय पार्टी के लिए दिए हैं।लेकिन पार्टी में कार्यकर्ताओं और नेताओं को उपेक्षित किया जाता है। जिसके कारण वह पार्टी से इस्तीफा दे रहे है।

उन्होंने कहा कि यहां जो स्थानीय स्तर पर जो पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता हैं।उनकी बातों को नहीं सुना जाता है। जिसके कारण लोग काफी हतास भी होते हैं।उन्होंने कहा कि आज हर जगह भ्रष्टाचार है।सरकारी कार्यालयों में गरीबों का कोई काम नहीं होता है। चारों तरफ सिर्फ तानाशाही है।और इसको लेकर संबंधित पदाधिकारी और मंत्री को शिकायत भी किया जाता है। फिर भी कोई करवाई नहीं होती है।उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी नूतन देवी जिला परिषद् सदस्य् राजगीर से निर्वाचित हैं।

और जिला परिषद के सरकारी कार्यों में विभागीय एवं अंचल की लपरवाही एवं जिला परिषद सदस्य नूतन देवी कई बार-बार अंचल में कई आना जाना पड़ा लेकिन संबंधित कार्य नहीं किया गया है।जिसको लेकर अनुमंडल पदाधीकारी, जिला पदाधीकारी, भुमी सुधार एवं मुख्य मंत्री तक पत्र के माध्यम से शिकायत किया गया। लेकिन कोई कार्रवाई  नहीं की गई। जिसके कारण कई विकास का काम बाधित है।




 

जदयू के वरीय नेता सह पुर्व जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस करके जदयू पार्टी से दिया इस्तीफा,लगाए कई आरोप जदयू के वरीय नेता सह पुर्व जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस करके जदयू पार्टी से दिया इस्तीफा,लगाए कई आरोप Reviewed by News Bihar Tak on November 29, 2023 Rating: 5

30 नवंबर से राजगीर महोत्सव होगा शुरू,सभी तैयारियां तेजी गति से पूरी की जा रही है,ग्राम श्री मेल, व्यंजन मेल, कृषि मेला का भी होगा आयोजन

November 27, 2023



राजगीर में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय राजगीर महोत्सव  30 नवंबर से 2 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। संबंधित तैयारीयां में तेजी गति से पूरी की जा रही है। पर्यटन विभाग जिला प्रशासन तैयारी में पूरी तरह से जुड़ा हुआ है।संस्कृति कार्यक्रम का मुख्य पंडाल भी तेजी गति से निर्माण कार्य किया जा रहा है।पंडाल का निर्माण कार्य 28 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी।

वहीं ग्राम श्री मेल, व्यंजन मेल, कृषि मेला, एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़े प्रदर्शनी के स्टॉल का निर्माण कार्य से संबंधित विभाग के द्वारा किया जा रहा है। वहीं डीएम शशांक शुभंकर लगातार अपने संबंधित पदाधिकारी के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं।और उनके द्वारा संबंधित पदाधिकारी को कई दिशा निर्देश दिया जा रहा है।वहीं कलाकारों का भी चयन कर लिया गया है।सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य पंडाल में तीन दिन चलेगा लेकिन ग्राम श्री मेल ,व्यंजन मेल, कृषि मेला, 30 नवंबर से लेकर 6 दिसंबर तक रहेगा।वहीं इस महोत्सव का आकर्षण केंद्र कहे जाने वाले पारंपरिक 'तांगा' और 'पालकी' सजावट प्रतियोगिताएं,

पेंटिंग प्रतियोगिताएं और सद्भावना मार्च भी आयोजित किए जाएंगे। वहीं, आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने कई सेल का भी गठन किया है, जिसकी निगरानी जिले के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। बताते हुए चले कि राजगीर अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव की शुरुआत 1986 में तत्कालीन केंद्रीय पर्यटन मंत्री एचकेएल भगत और तत्कालीन बिहार के सीएम बिंदेश्वरी दुबे ने सोन भंडार क्षेत्र में की थी। उसके बाद मलमास मेला थाना के पास कुछ वर्षों तक आयोजित होता रहा।और इसमें ज्यादातर अधिकारी और सीमित संख्या में आगंतुक शामिल होते थे।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महोत्सव को ऐसे स्थान पर स्थानांतरित करने की इच्छा व्यक्त करने के बाद, जो सभी के लिए सुलभ हो, इसे 2011 में तत्कालीन नालंदा डीएम संजय कुमार अग्रवाल द्वारा विशाल किला मैदान में लाया गया था।हालाँकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने संरक्षित किला मैदान के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया,जिसके बाद 2017 में महोत्सव को आरआईसीसी और हॉकी मैदान में स्थानांतरित कर दिया गया।राजगीर महोत्सव इतिहास, धर्म, कला और संस्कृति का एक सुंदर प्रतिनिधित्व है और न केवल बिहार में बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी प्रतिष्ठा है।

इस त्योहार को मनाने की परंपरा 1986 से चली आ रही है और नालंदा और राजगीर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध विरासत को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। राजगीर में मनाए जाने वाले इस तीन दिवसीय उत्सव में प्रसिद्ध गायकों और नर्तकियों की भागीदारी देखी गई है, जो दर्शकों के समान उत्साह के साथ प्रदर्शन करते हैं।हेमा मालिनी संयुक्ता पाणिग्रही, रवींद्र जैन, निदा फाजली,तलत अजीज, ग़ज़ल सम्राट गुलाम अली, बिरजू महाराज, जसविंदर नरूला, अलका याज्ञनिक, पंडित शिवकुमार शर्मा,उदित नारायण, कैलाश खेर , सुखविंदर सिंह,शान, गुरदास मान, पंकज उदास जैसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से इस उत्सव की सुंदरता को बढ़ाया है।परंपरा और विरासत को अक्षुण्ण रखते हुए, उत्सव में नए आयाम जोड़े जा रहे हैं जिससे नालंदा और राजगीर को वैश्विक पर्यटन स्थल पर स्थापित करने में मदद मिली है।












 

 

30 नवंबर से राजगीर महोत्सव होगा शुरू,सभी तैयारियां तेजी गति से पूरी की जा रही है,ग्राम श्री मेल, व्यंजन मेल, कृषि मेला का भी होगा आयोजन 30 नवंबर से राजगीर महोत्सव होगा शुरू,सभी तैयारियां तेजी गति से पूरी की जा रही है,ग्राम श्री मेल, व्यंजन मेल, कृषि मेला का भी होगा आयोजन Reviewed by News Bihar Tak on November 27, 2023 Rating: 5

राजगीर महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने किया स्थल का किया निरीक्षण, कलाकारों के द्वारा होगा रंगा रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम

November 25, 2023



पर्यटन विभाग के सौजन्य से जिला प्रशासन नालंदा द्वारा राजगीर महोत्सव का आयोजन 30 नवंबर से 2 दिसंबर की अवधि में स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में किया जा रहा है।

महोत्सव के अवसर पर 7 दिवसीय ग्रामश्री मेला का आयोजन भी किया जायेगा।इस अवसर पर महिला महोत्सव, व्यंजन मेला, पुस्तक मेला, विभिन्न खेल प्रतियोगिता, दंगल प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, विभिन्न विभागों के स्टॉल, विभागीय प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जायेगा।

मुख्य समारोह की व्यवस्था पर्यटन विभाग, बिहार द्वारा की जा रही है। अन्य व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। महोत्सव के आयोजन को लेकर की जा रही तैयारियों का जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में स्थल निरीक्षण किया।

पर्यटन विभाग द्वारा निविदा के माध्यम से इवेंट मैनेजमेंट कंपनी का निर्धारण किया गया है। इवेंट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा मुख्य समारोह स्थल पर मंच एवं हैंगर का निर्माण कार्य आज से प्रारंभ किया गया है। इस कार्य को 28 नवंबर तक पूर्ण कराने का निदेश दिया गया। ग्रामश्री मेला, पुस्तक मेला, व्यंजन मेला एवं अन्य विभागीय स्टॉल के टेंट का निर्माण कार्य 28 नवंबर तक पूरा कराने का निदेश दिया गया।


स्थल निरीक्षण के उपरांत जिलाधिकारी ने आरआईसीसी सभागार में आयोजन को लेकर गठित की गई सभी समितियों के वरीय, नोडल एवं सहयोगी पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।मंच निर्माण, सिटिंग प्लान,ग्रामश्री मेला, उद्योग विभाग के स्टॉल, अल्पसंख्यक कल्याण निगम के स्टॉल, कृषि मेला, व्यंजन मेला, पुस्तक मेला आदि से संबंधित कार्यों को समय से पूर्ण कराने का निदेश संबंधित समिति के पदाधिकारियों को दिया।व्यंजन मेला में स्टॉल लगाने हेतु अद्यतन 30 आवेदन प्राप्त हुये हैं। 27 नवंबर तक जिला आपूर्त्ति कार्यालय में आवेदन लिया जायेगा।

पुस्तक मेला में स्टॉल लगाने हेतु लगभग 30 वेंडर ने सहमति दी है।महिला महोत्सव एवं स्थानीय कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 1 एवं 2 दिसंबर को मेला सर्कस मैदान में किया जायेगा। महिला महोत्सव का आयोजन पूर्वाह्न 11 बजे से 2 जे की अवधि में किया जायेगा। इसमें गोली-चम्मच दौड़, म्यूजिकल चेयर,पेंटिंग, रंगोली,मेंहदी आदि प्रतियोगिता का अयोजन किया जायेगा। इसमें अधिक से अधिक सहभागिता हेतु विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं तथा नगर परिषद राजगीर की महिला पार्षदों के भी सहयोग लिया जा रहा है।
स्थानीय होटलों एवं निजी भवनों के लिये अलग-अलग वर्ग समूह में साज सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। प्रत्येक वार्ड से सुसज्जित किये गए दो निजी भवनों को चिन्हित कर वार्ड पार्षद जानकारी देंगे। मूल्यांकन समिति द्वारा इन भवनों का अवलोकन कर विजेताओं का निर्धारण किया जायेगा।महोत्सव के अवसर पर वैतरणी घाट मार्ग पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।

इस अवसर पर बनाये जाने वाले तोरण द्वारों का नामकरण राजगीर के इतिहास से जुड़े विभिन्न महापुरुषों/स्थलों एवं राजगीर के विभिन्न पुराने नामों के आधार पर किया जायेगा।बैठक में नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर, अनुमंडल पुलिस  पदाधिकारी राजगीर सहित अन्य समितियों के जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं स्थानीय पदाधिकारी मौजूद थे। 

राजगीर महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने किया स्थल का किया निरीक्षण, कलाकारों के द्वारा होगा रंगा रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम राजगीर महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने किया स्थल का किया निरीक्षण, कलाकारों के द्वारा होगा रंगा रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम Reviewed by News Bihar Tak on November 25, 2023 Rating: 5

तीन दिवसीय राजगीर में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 555 वां प्रकाश पर्व का हुआ समापन,सुमित कलसी ने कहा : भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं

November 24, 2023




पर्यटन स्थल राजगीर में आयोजित श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 555 वां प्रकाश पर्व के अंतिम दिन  गुरु नानक शीतल कुंड प्रांगण गुरु का भजन नानक आया , नानक आया मंगल गाओ मंगल गाओ 555 वां गुरुनानक देव जी के नाल भजन से राजगीर पंच पहाडियां गुंज उठी।वहीं पंजाब ,हरियाणा ,दिल्ली , मुंबई , पुणे , कोलकाता ,चेन्नई ,हरियाणा ,राजस्थान , अमृतसर , जयपुर ,आगरा ,झारखंड ,छत्तीसगढ , सहीत अन्य राज्यों से भारी संख्या में सिख श्रद्धालु शामिल हुए।सीख श्रद्धालु दरबार में माथा टेका और लंगर में प्रसाद ग्रहण किया।



इस अवसर पर प्रबंधक सुमित कलसी ने कहा कि  भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं, जिन्होंने धर्म से विमुख सामान्य मनुष्य में अध्यात्म की चेतना जागृत कर उसका नाता ईश्वरीय मार्ग से जोड़ा है। ऐसे ही एक अलौकिक अवतार गुरु नानकदेव जी हैं।

ऊंच-नीच का विरोध करते हुए गुरु नानकदेव अपनी मुखवाणी 'जपुजी साहिब' में कहते हैं कि 'नानक उत्तम-नीच न कोई' जिसका भावार्थ है कि ईश्वर की निगाह में छोटा-बड़ा कोई नहीं फिर भी अगर कोई व्यक्ति अपने आपको उस प्रभु की निगाह में छोटा समझे तो ईश्वर उस व्यक्ति के हर समय साथ है।

यह तभी हो सकता है जब व्यक्ति ईश्वर के नाम द्वारा अपना अहंकार दूर कर लेता है। तब व्यक्ति ईश्वर की निगाह में सबसे बड़ा है और उसके समान कोई नहीं।उन्होंने कहा कि समाज में समानता का नारा देने के लिए नानक देव ने कहा कि ईश्वर हमारा पिता है और हम सब उसके बच्चे हैं और पिता की निगाह में छोटा-बड़ा कोई नहीं होता।

वही हमें पैदा करता है और हमारे पेट भरने के लिए खाना भेजता है। इस अवसर पर  मुख्य कथा वाचक भाई सुखदेव सिंह ने कहा की गुरु नानकदेवजी के बताए रास्ते पर चलने के लिए  नानकदेवजी ने अपना पूरा जीवन समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में समर्पित कर दिया।भगवान एक है।एक ही गुरु है और कोई नहीं। जहां गुरु जाते हैं, वह स्थान पवित्र हो जाता है।

उन्होंने कहा कि यह श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 555 वां में प्रकाश पर्व का आयोजन किया गया जो राजगीर के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी ने दुनिया को 'नाम जपो, किरत करो, वंड छको' का संदेश देकर समाज में भाईचारक सांझ को मजबूत किया और एक नए युग की शुरुआत की।

सामाजिक कुरीतियों का विरोध करके उन्होंने समाज को नई सोच और दिशा दी। गुरु जी ने ही समाज में व्याप्त ऊंच-नीच की बुराई को खत्म करने और भाईचारक सांझ के प्रतीक के रूप में सबसे पहले लंगर की शुरुआत की।इस अवसर पर बाबा बेअंत सिंह गुरु जी की बाणी और उनकी शिक्षाओं से संगत को निहाल किया जाता है। गुरु नानक नाम लेवा संगत उन्हें बाबा नानक और नानकशाह फकीर भी कहती है।गुरु नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में लगा दिया। उन्होंने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान, ईरान और अरब देशों में भी जाकर लोगों को पाखंडवाद से दूर रहने की शिक्षा दी। गुरु जी के जन्मदिवस को गुरु पर्व या प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।

श्री ननकाणा साहिब में प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब भी है।इसका निर्णाण महाराजा रणजीत सिंह ने करवाया था।उन्होंने कहा कि सिखों के पहले गुरु नानकदेवजी की जयंती देशभर में प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है। प्रकाश पर्व यानी मन की बुराइयों को दूर कर उसे सत्य,ईमानदारी और सेवाभाव से प्रकाशित करना।इस अवसर पर बाबा सुखदेव सिंह ने कहा कि गुरु की महिमा का व्याख्यान करते हुए कहा की गुरु नानक देव केवल सिख धर्म के संस्थापक ही नहीं, बल्कि मानव धर्म के उत्थापक हैं. वे केवल सिखों के आदि गुरु नहीं, बल्कि संपूर्ण मानव समाज के गुरु हैं,वे भारत की वैभवशाली और विश्व-बन्धुत्व की समृद्ध परंपरा के अद्वितीय प्रतीक हैं. उनके व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाजसुधारक, कवि, देशभक्त और विश्वबंधुत्व आदि समस्त गुणों के दर्शन हो जाते हैं।

उनकी शिक्षाएं और विचार सदैव मानवता की सेवा के लिए प्रेरित करती है।उन्होंने कहा कि  बचपन से प्रखर बुद्धि के धनी गुरुनानक देव वैसे विकट समय में जन्म लिये थे, जब भारत में कोई केंद्रीय संगठित शक्ति नहीं थी. विदेशी आक्रमणकारी देश को लूटने में लगे थे,धर्म के नाम पर अंधविश्वास और कर्मकांड चारों तरफ फैला हुआ था,उस समय गुरु नानक देव ने अपने विचारों और दर्शन से समाज को सही मार्ग दिखा कर एकसूत्र में पिरोया था, उन्होंने अपनी सुमधुर सरल वाणी से जनमानस के हृदय को जीत लिया था,लोगों को सरल भाषा में केवल गुरुवाणी का संदेश ही नहीं बल्कि विश्व बंधुत्व का पैगाम भी उन्होंने दिया,नानक देव जी ने कहा था कि ईश्वर सबके पिता हैं,

फिर एक पिता की संतान होने के बावजूद हम ऊंच-नीच कैसे हो सकते हैं,इन्हीं सभी भ्रांतियों को दूर करने के लिए उन्होंने उपदेशों को अपने जीवन में अमल किया और चारों ओर धर्म का प्रचार कर स्वयं एक आदर्श बने,उन्होंने सामाजिक सद्भाव की मिसाल कायम की,उनहोंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाने के लिए लंगर की परंपरा शुरू की थी,लंगर में छूत- अछूत सभी जाति - वर्ग के लोग एक साथ बैठकर लंगर छकते हैं, उसी परंपरा के तहत सभी गुरुद्वारों में लंगर की व्यवस्था होती है,लंगर में बिना भेदभाव संगत सेवा होती है,

उनहोंने कहा कि गुरु नानक देव ने भारत के अलावे कई देशों की यात्राएं कर धार्मिक एकता के उपदेशों और शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार कर दुनिया को जीवन का नया मार्ग बताया। पांच सौ पचास वर्ष पूर्व दिए उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं. उनका संदेश देश-दुनिया में मानवता को आलोकित कर रहा है।इस अवसर प्रबंधक सुमित कलसी, ग्रंथि मनजीत सिंह,

प्रबंधक प्रभाष साह,गुरुनानक मिशनरी सेंटर राजगीर के सचिव त्रिलोक सिंह निषाद,गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह,उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह,उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह,महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह,सचिव सरदार हरबंस सिंह,सदस्य सरदार राजा सिंह,पूर्व महासचिव सदस्य सरदार महेंद्र पाल सिंह ढिल्लों,भाई गुरविंदर सिंह,भाई राम अवतार सिंह,सरदार बंटी सिंह,छोटे सिंह,लखविंदर सिंह,शुखविन्द् सिंह,खुशविंदर सिंह,राजन सिंह,चरणजीत सिंह, अमनदीप सिंह,अमुजेश कुमार,बृजेश सिंह,संजय सिंह,नीतिश सिंह इंद्रजीत सिंह, लखविंदर सिंह सुखवीर सिंह,हरजीत सिंह जी ,सुरजीत सिंह, परपाल सिंह जहौल,जसवीर सिंह ,मत्तेवाल, जत्थेदार भूपेन्द्र सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे


तीन दिवसीय राजगीर में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 555 वां प्रकाश पर्व का हुआ समापन,सुमित कलसी ने कहा : भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं तीन दिवसीय राजगीर में श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 555 वां प्रकाश पर्व का हुआ समापन,सुमित कलसी ने कहा : भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं Reviewed by News Bihar Tak on November 24, 2023 Rating: 5

बिहार पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु डीएसपी का हुआ दीक्षांत समारोह, डीजीपी हुए शामिल,उन्होंने कहा कि पर्सनैलिटी ईमानदारी सत्य निष्ठा पुलिस की बुनियाद है

November 24, 2023


राजगीर स्थीत बिहार पुलिस अकादमी मे 65 वां बेंच के 57 प्रशिक्षु डीएसपी जिसमें 22 महिला एवं 37 पुरुष शामिल है।जिनका दीक्षांत परेड समारोह आयोजित किया गया।दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी शामिल हुए।

और परेड की सलामी ली।इस अवसर पर अकादमी के प्राचार्य डीआईजी मोहम्मद अब्दुल्लाह ने प्रशिक्षु पुलिस पदाधिकारीयों को राष्ट्रीय ध्वज और अकादमी ध्वज के तले कर्तव्य और निष्ठा का शपथ दिलाया।इस अवसर पर डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने कहा कि आपने आज जो शपथ लिया है।इन बातों को ड्यूटी कार्यकाल में याद रखेंगे।और काम को करेंगे।

आज आप लोग पास आउट होकर यहां से निकल रहे हैं,आप बिहार पुलिस के एक लीडर के रूप में यहां से जा रहे हैं।डीजीपी ने कहा कि आप अपने आप को इस योग बनाएं कि हर समस्याओं का निदान कर सके,आप जब फील्ड में जाएंगे तो वहां से विपरीत चीजों को देखेंगे,लेकिन बुनियादी यही होगा,

उन्होंने कहा कि पुलिस का काम है आम नागरिकों को रक्षा करना और जानमाल की सुरक्षा प्रदान करना है। डीजीपी ने कहा कि आप लोगों को यहां उच्च स्तरीय ट्रेनिंग दिया गया है।जब आप फील्ड में जाएंगे तो बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा आपको थाना का भी संचालन करने का भी मौका मिलेगा।

डीजीपी ने कहा कि अब आपकी यात्रा शुरू हुई है। व्यक्ति की पर्सनैलिटी ईमानदारी सत्य निष्ठा पुलिस की बुनियाद होती है।अगर यह नहीं है तो सब बेकार है। आप नागरिक का रक्षक है अनुसंधान भी बहुत जरूरी है।पुलिस की नौकरी 24 घंटे होती है। आप हर चुनौतियों को सामना करने के लिए मुस्तैद रहेंगे।आप सेहत पर भी पूरी तरह से ध्यान देने देंगे।आप पूरी तरह से संतुलन बनाए रखेंगे। की समस्या एवं उसके तकलीफों को समझेंगे।

उनकी समस्याओं को निदान करेंगे उनको सही न्याय दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि देखा जाता है कि पुलिस की काफी आलोचना होती है कि पुलिस उनकी बातों को नहीं सुनता है। लोगों की इस धारणा को हमें खत्म करना है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन कोर्स भी आप लोगों को कराई गई है ज्ञान नॉलेज से ही आप आगे बढ़ेंगे।बिहार काफी तेजी गति से आगे बढ़ रहा है और बिहार पुलिस भी बदल रहीं हैं। डीजीपी ने कहा कि 75000 बहाली की स्वीकृति राज्य सरकार के द्वारा दी गई है।और इसमें 25000 बहाली प्रत्येक वर्ष होगी।

उन्होंने कहा कि बिहार के सभी जिलों में साइबर थाना खोला जा रहा है और उसमें डीएसपी स्तर के पदाधिकारी की नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम के निपटारा में बिहार पूरे देश भर में अव्वल है। ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करने के लिए सभी जिलों में ट्रैफिक थाना खोला जा रहा है और उसमें डीएसपी स्तर के पदाधिकारी की नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में बिहार में चार प्रशिक्षण केंद्र है।

और राज्य सरकार के द्वारा 22 प्रशिक्षण केंद्र और खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवा भी पूरे प्रदेश भर में पूरी तरह से लागू किया जा रहा है उन्होंने कहा कि 2024 तक बिहार के हर कोने में मात्र 20 मिनट में पुलिस पहुंचेगी।और 1500 नई गाड़ियां भी पुलिस के लिए खरीदा जा रहा है। एवं बिहार पुलिस को स्मार्टफोन एवं लैपटॉप भी दिया जाएगा ताकि बिहार पुलिस पूरी तरह से मॉडन पुलिस बन सके।

उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस को देशभर में नंबर वन बनाना है। पुलिस एक नई सोच लेकर आगे बढ़ रही है।डीजीपी ने कहा कि पूरे देश भर में बिहार इकलौता राज्य है जहां पुलिस में महिलाओं की संख्या अधिक है और बहाली भी की जा रही है। उन्होंने कहा जनता की अपेक्षा पुलिस से और काफी बढ़ गया है।उन्होंने कहा कि आपको पूरी निडर होकर एवं पूरी इमानदारी से न्याय करना है।


बिहार पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु डीएसपी का हुआ दीक्षांत समारोह, डीजीपी हुए शामिल,उन्होंने कहा कि पर्सनैलिटी ईमानदारी सत्य निष्ठा पुलिस की बुनियाद है बिहार पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु डीएसपी का हुआ दीक्षांत समारोह, डीजीपी हुए शामिल,उन्होंने कहा कि पर्सनैलिटी ईमानदारी सत्य निष्ठा पुलिस की बुनियाद है Reviewed by News Bihar Tak on November 24, 2023 Rating: 5

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