राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व का आयोजन किया गया।उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किय,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा : राजगीर की पंच पहाड़ियां,उसकी वादियां और जंगलों में दुर्लभ जड़ी बूटियों का अकूत भंडार है
राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व का आयोजन किया गया।उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किय,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा : राजगीर की पंच पहाड़ियां,उसकी वादियां और जंगलों में दुर्लभ जड़ी बूटियों का अकूत भंडार है
राजगीर।।
राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व का आयोजन किया गया।जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के ऐतिहासिक और आयुर्वेदिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राजगीर में नेचुरोपैथी चिकित्सा पद्धति की स्थापना की जाएगी।उन्होंने नेचुरोपैथी के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अफ्रीका से लौटने के बाद देश में इसकी शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा राजगीर की पंच पहाड़ियां,उसकी वादियां और जंगलों में दुर्लभ जड़ी बूटियों का अकूत भंडार है।बिहार के आयुर्वेद कॉलेजों में राजगीर से औषधीय जड़ी बूटियां मंगाई जाती है।उन्होंने दर्जनों जड़ी बूटियों का नाम गिनाते हुए कहा कि राजगीर के औषधीय पौधों का आकलन के लिए आयुष और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की टीम बनाई गई है।उन्होंने कहा राजगीर ऐतिहासिक भूमि है।आयुर्वेद का यहां से पुराना संबंध है।भगवान बुद्ध की चिकित्सा भी राजगीर में आयुर्वेद पद्धति से की गई थी।उन्होंने कहा वह खुद तीन पीढ़ी से आयुर्वेद से जुड़े हैं।उनके पिता और दादा तो आयुर्वेद के चिकित्सक थे ही उनके बड़े भाई भी इसी पद्धति के चिकित्सक हैं।मुख्यमंत्री ने कहा पहले लोगों को आयुर्वेद पर ही भरोसा था।बिहार में आयुर्वेद चिकित्सा के सर्वांगीण विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के आयुर्वेद, यूनानी, तिब्बती और होम्योपैथ कॉलेज का बहुत जल्द कायाकल्प होने वाला है।
निरीक्षण के बाद उनके जीर्णोद्धार के लिए केवल योजना ही नहीं बनाया गया है बल्कि 838 करोड़ राशि कैविनेट से स्वीकृत भी किया गया है।उन्होंने कहा नालंदा मेडिकल कॉलेज के समीप के 10 एकड़ भूखंड पर तिब्बती कॉलेज का पुनर्निर्माण किया जाएगा।इसका निर्माण डेढ़ दो साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।इसी प्रकार पटना के अलावे भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, बक्सर आदि जगहों के आयुष महाविद्यालय का जीर्णोद्धार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा देश के कोने-कोने से आयुष चिकित्सक आए हैं।उन्हें राजगीर के वेणुवन, नेचर सफारी एवं अन्य प्रकृति और पुरातात्विक धरोहरों के भ्रमण कराने की व्यवस्था डीएम को करने के लिए कहा।इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री सदानंद सोनेवाल द्वारा विडियो कांफ्रेंस से संबोधित किया गया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के अध्यक्ष पद्मभूषण वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा, वैद्य राजेश कोटेचा, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक कौशल किशोर, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत एवं अन्य द्वारा विचार व्यक्त किया गया।वैद्य डी शर्मा ने आगत अतिथियों का स्वागत और आयुष विभाग के सेक्रेटरी अरविंदर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
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