प्रशासनिक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अफसरशाही के खिलाफ मे लोगों ने राजगीर में किया बैठक,आंदोलन करने का लिया गया निर्णय
प्रशासनिक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अफसरशाही के खिलाफ मे लोगों ने राजगीर में किया बैठक,आंदोलन करने का लिया गया निर्णय
राजगीर।।
प्रशासनिक कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार और अफसरशाही के खिलाफ राजगीर के सरस्वती भवन में लोगों ने बैठक आयोजित किया गया,जिसमें यहाँ के जनप्रतिनिधि,समाजसेवी,एवं कई राजनीतिक पार्टियों के नेता एवं शहर के प्रबुद्ध लोग शामिल हुए,वहीं बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी सुरेंद्र प्रसाद यादव ने किया,इस अवसर पर जनसंघर्ष समिति के संयोजक अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि राजगीर नगर परिषद कार्यालय,अनुमंडल कार्यालय ,प्रखंड कार्यालय,अंचल कार्यालय ,विद्युत कार्यालय, सहित अन्य कार्यालय एवं विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं पदाधिकारियों का तानाशाही और अफसरशाही काफी बढ़ गया है,जिसके कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है,
आम जनता प्रतिदिन इन कार्यालयों के चक्कर लगाता रहता है पल इन लोगों का कोई नहीं सुनता है, हर जगह पैसे की डिमांड होती ,पैसे दिए बिना कोई काम नहीं होता है,पदाधिकारी जनता के कार्यों को छोड़कर सरकारी योजनाओं में सिर्फ लुट खसोट में लगे रहते हैं,बैठक में आंदोलन को लेकर चर्चा हुई है,और इन कार्यालयों में बैठने वाले अधिकारियों और पदाधिकारियों के खिलाफ अब हम लोग सड़क पर उतर कर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे,इस अवसर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जागृति मंच के अध्यक्ष गणेश गौतम ने कहा कि विद्युत विभाग का स्मार्ट मीटर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगो पर आर्थिक बोझ बन गया है।लोगो के मासिक बजट का पैसा बिजली में जा रहा है।बिहार सरकार को दिल्ली के तर्ज पर राजगीर में फ्री बिजली मुहैया करानी चाहिए।देश के कई बड़े शहरों में स्मार्ट मीटर नही लगे है लेकिन पर्यटन पर आश्रित शहर में स्मार्ट मीटर जबरदस्ती लगाया जा रहा है जबकि लोगो के आर्थिक स्रोत कम है। बिजली बिल भी काफी मात्रा में उठता है जिसके कारण गरीब परिवारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है,
इस अवसर पर वार्ड पार्षद श्याम किशोर भारती ने कहा कि शहर में साफ-सफाई, पिएजल, कि काफी समस्याएं हैं,नगर परिषद के द्वारा प्रति महीने 50 लाख रुपया खर्च किया जाता है फिर भी राजगीर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, शहर के लोगों को पेयजल की आपूर्ति नहीं मिल रही है जिसके कारण लोगों को इस भीषण गर्मी में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है,नगर परिषद कार्यालय में मौजूदा कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा सरकारी योजनाओं में लूट खसूट मचा रखा है,धरातल पर काम हुआ नहीं और कागज पर करोड़ों रुपये की निकासी कर ली गई है,ऐसे पदाधिकारियों के खिलाफ अब सड़क पर उतरकर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा,
जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है,अध्यक्षता कर रहे सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि राजगीर के सरकारी कार्यालय में बैठने वाले अधिकारी और पदाधिकारी गरीबों की बात नहीं सुनते हैं,यह सिर्फ ठेकेदारों व दलालों का बात सुनते हैं,अब इनके खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन होगा,राजगीर में सरकारी भूमि, तलाव,नहर,पईन,नहर,और सभी को भरकर दबंगों के द्वारा कब्जा किया जा रहा है और उसपर बड़े-बडे भवन, होटल का निर्माण कार्य किया जा रहा है,और कार्रवाई करने के बजाय प्रशासनिक पदाधिकारी अतिक्रमणकारियों को बचाने में लगे रहते हैं,
उनहोंने कहा कि इन गंभीर विषयों पर चर्चा हुई जिसके उपरांत लोगो ने समस्याओं के निराकरण के लिए जन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।संबंधित विभागों को अल्टीमेटम देकर चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।इस अवसर पर कामगार यूनियन के अध्यक्ष बालदेव चौधरी,साधु साव,आजाद सिंह पासी समाज अध्यक्ष मनोहर कुमार चौधरी, श्याम किशोर भारती,शैलेंद्र कुमार, चंद्रप्रकाश,जामा सिंह, अजय पटेल, सुरेंद्र साव, अनुज कुमार चौधरी, महेन्द्र यादव, धीरेंद्र उपाध्याय,माले नेता उपेन्द्र कुमार, रमेश कुमार पान, अशोक यादव,डॉ प्रमोद कुमार,साबो देवी, देवनन्दन चौधरी, गजेंद्र पासवान, सोनू यादव,गोलू यादव,विजय सिंह, मनोरमा रानी,मंजीत प्रभाकर, जितेंद्र कुमार,छोटू पासवान,शंकर शर्मा,गणित राम चंद्रवंशी
,श्याम बालक पांडे,अक्षय यदुवंशी,परशुराम यादव, मो नजमी, गिरिधारी उपाध्याय,नरेश कुमार अकेला,कृष्णा चंद्रवंशी,नंदलाल प्रसाद, कविंद्र कुमार,मनोज कुमार,मनीष कुमार,रोहित कुमार सहित अन्य लोगो ने अपने अपने विचार रखे।

No comments: