राजगीर के चंद्रवंशी धर्मशाला में जरासंध पंचायत भवन ट्रस्ट बोर्ड राजगीर द्वारा मगध सम्राट जरासंध की जयंती मनाई गई,लोगों ने उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया,अध्यक्ष सूरज चंद्रवंशी ने कहा:वायु पुराण और महाभारत के पन्नो में राजगीर में जरासंध की महिमा और ऐतिहासिक महत्व का वर्णन मिलता है
राजगीर के चंद्रवंशी धर्मशाला में जरासंध पंचायत भवन ट्रस्ट बोर्ड राजगीर द्वारा मगध सम्राट जरासंध की जयंती मनाई गई,लोगों ने उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया,अध्यक्ष सूरज चंद्रवंशी ने कहा:वायु पुराण और महाभारत के पन्नो में राजगीर में जरासंध की महिमा और ऐतिहासिक महत्व का वर्णन मिलता है
राजगीर।।
राजगीर स्थीत चंद्रवंशी धर्मशाला में श्री जरासंध पंचायत भवन ट्रस्ट बोर्ड राजगीर द्वारा सोमवार को मगध सम्राट जरासंध की 5224 वा जयंती मनाई गई।इस अवसर पर मगध सम्राट जरासंध के तस्वीर पर लोग पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।इस अवसर पर श्री जरासंध पंचायत भवन ट्रस्ट बोर्ड राजगीर के अध्यक्ष सूरज चंद्रवंशी ने बताया कि आज हमलोग मगध सम्राट जरासंध की जयंती धूमधाम से मना रहे हैं।
उन्होंने कहा राजगीर मगध सम्राट जरासंध की भूमि है,इनसे जुड़े अवशेष और जो धरोहर हैं उनको सरकार संरक्षण प्रदान करें,ताकि उनसे जुड़े जो धरोहर और अवशेष हैं,वह सुरक्षित रहे,उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से मांग करते हैं कि मगध सम्राट जरासंध के जयंती के दिन सरकारी अवकाश की घोषणा किया जाए,साथ ही मगध सम्राट जरासंध का बड़ा प्रतिमा राजगीर में स्थापित किया जाए, उन्होंने कहा कि देश- विदेश के लोग राजगीर आकर मगध सम्राट जरासंध के इतिहास से रूबरू होते हैं,आज देश भर में उनकी जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है,
उन्होंने कहा कि मगध सम्राट के दो अलग शरीर को आज ही के दिन देवी पार्वती ने जरा का रूप धारण कर दोनों आधे शरीर को जोड़ा था तभी से राजा बृहद्रथ ने देवोत्थान पर्व मनाने की घोषणा की।वायु पुराण और महाभारत के पन्नो में राजगीर में जरासंध की महिमा और ऐतिहासिक महत्व का वर्णन मिलता है।इस अवसर पर संयोजक नागेंद्र नाथ सिन्हा, सचिव लाल बहादुर प्रसाद चंद्रवंशी, कोषा अध्यक्ष नरेश प्रसाद चंद्रवंशी, पंकज कुमार प्रियदर्शी, विनोद चंद्रवंशी, रवि राम, ओम प्रकाश बादल सहित अन्य लोग उपस्थित थे,
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