राजगीर के गांधी आश्रम के प्रांगण में संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई,पुरे परंपरागत तरीके से की गई पूजा अर्चना
राजगीर के गांधी आश्रम के प्रांगण में संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई।इस अवसर पर पुरे परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना किया गया।उसके बाद गांधी आश्रम से संत शिरोमणि गुरु रविदास जी का गाजे-बाजे एवं भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर विधायक कौशल किशोर ने झंडी दिखाकर शोभायात्रा को रवाना किया। इस अवसर पर विधायक कौशल किशोर ने कहा कि संत भगवान का रूप होते हैं संत से दर्शन करते हैं तो साक्षात ईश्वर से आप दर्शन प्राप्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि गुरु रविदास ने अंधविश्वास पर कठोर बार किया था और उनकी एक प्रचलित शव्द था। मन चंगा तो, कठौत में गंगा।वह उन महान सन्तों में अग्रणी थे जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान किया। इनकी रचनाओं की विशेषता लोक-वाणी का अद्भुत प्रयोग रही है जिससे जनमानस पर इनका अमिट प्रभाव पड़ता है।डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जागृति मंच के अध्यक्ष गणेश गौतम ने कहा कि मधुर एवं सहज संत शिरोमणि रैदास की वाणी ज्ञानाश्रयी होते हुए भी ज्ञानाश्रयी एवं प्रेमाश्रयी शाखाओं के मध्य सेतु की तरह है।प्राचीनकाल से ही भारत में विभिन्न धर्मों तथा मतों के अनुयायी निवास करते रहे हैं।
इन सबमें मेल-जोल और भाईचारा बढ़ाने के लिए सन्तों ने समय-समय पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे सन्तों में शिरोमणि रैदास का नाम अग्रगण्य है।इनकी याद में माघ पूर्ण को रविदास जयंती मनाई जाती हैं।उन्होंने कहा कि संत रविदास की गणना केवल भारत में ही नहीं अपितु विश्व के महान संतों में की जाती है।जिन्हें संत शिरोमणि गुरु रविदास से नवाजा गया है। संत रविदास की वाणी के अनुवाद संसार की विभिन्न भाषाओं में पाए जाते हैं,
जिसका मूल कारण यह है कि संत रविदास उस समाज से सम्बद्ध थे, जो उस समय बौद्धिकता और ज्ञान के नाम से पूर्णतः अछूता था। समय जहाँ विविध प्रकार की समस्याओं को लेकर आता है वहीं समाधान भी अपने आगोश में छिपाए रहता है। परंतु महान व्यक्तित्व समय की परिधि को लाँघकर अपने बाद के हजारों वर्षों बाद तक प्रेरणा प्रदान करते रहते हैं। वे ऐसे कार्य की शुरुआत करते हैं जिनका मूल्य समय के क्रूर प्रहारों से कम नहीं हो सकता।ऐसे संत रविदासजी की जयंती, जो पूरे विश्व में मनाई जाती है।
इस अवसर पर मंजीत कुमार, प्रशांत कुमार, करन कुमार, मनीष कुमार, रवि कुमार, निरंजन कुमार, राजेश कुमार, जिमी सक्सेना,अरविंद कुमार, मिथुन कुमार, भरत कुमार, उमेश कुमार, कुणाल कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, दीपक कुमार, सचिन कुमार, अमरेन्द्र कुमार, सहदेव चौधरी, अमर कुमार,ज्वाला कुमार, संजय कुमार,श्याम किशोर भारती, डॉक्टर सुख नारायण प्रसाद ,मनोहर कुमार चौधरी,अनुज कुमार चौधरी,आशुतोष कुमार पांडे ,निरंजन कुमार,, छोटे लाल दास,सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
राजगीर के गांधी आश्रम के प्रांगण में संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई,पुरे परंपरागत तरीके से की गई पूजा अर्चना
Reviewed by News Bihar Tak
on
February 06, 2023
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