विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर एजुकेट द न्यू जेनरेशन सोसाइटी की ओर से छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाला,लोगों ने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिया संकल्प
विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर एजुकेट द न्यू जेनरेशन सोसाइटी की ओर से छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाला,लोगों ने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिया संकल्प
नगरनौसा।।
विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर एजुकेट द न्यू जेनरेशन सोसाइटी की ओर से छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाला।जागरूकता रैली को सीओ अरुण कुमार व थानाध्यक्ष नारदमुनि सिंह ने संजयुक्त रूप से मिल हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।मौके पर विद्यार्थियों ने अर्थ का कुछ करो, नहीं तो अनर्थ हो जायेंगा,आने वाली पीढ़ी है प्यारीं, तो पृथ्वी को बचाना है हमारी जिम्मेदारी,धरती बचाओ, जीवन बचाओ, जीवन खुश हाल बनाओ,पृथ्वी हमारा घर है, और घर को नष्ट नहीं करते,जंगल सुरक्षित रखिये, धरती को विनाश से बचाये,जब हरी-भरी पृथ्वी होंगी, तब शांत-स्वास्थ जनता होंगी,पृथ्वी हमारी नहीं हम पृथ्वी के हैं,पृथ्वी को नुकसान पहुँचाने के हर कार्य के खिलाफ आवाज उठाएँ,पृथ्वी फूलों में हंसती है,पृथ्वी की परवाह, आने वाले जन्म के लिए परवाह,कोई पृथ्वी नहीं, जीने का कोई मौका नहीं,पृथ्वी को बचाये भविष्य सुरक्षित करे,हमारी पृथ्वी को हरा और साफ रखें,पृथ्वी की रक्षा करें सभी प्रकार के खतरों से,एक हरी पृथ्वी वास्तव में एक स्वच्छ पृथ्वी है,पृथ्वी है जीवन की अभिलाषा, पर्यावरण को दूषित करके ना फैलाओ निराशा,पृथ्वी को स्वच्छ रखना हमारा दायित्य ही नही हमारा कर्तव्य भी है,पृथ्वी को स्वच्छ बनाओ, अपने आने वाली पीढ़ियों का जीवन बेहतर बनाओ का नारा लगाया।जागरूकता रैली प्रखंड सह अंचल कार्यालय से निकल पूरे नगरनौसा बाजार घुमा।मौके पर नगरनौसा प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में सीओ अरुण कुमार व थानाध्यक्ष नारदमुनि सिंह ने दो आम का पौधा भी लगाया।मौके पर सीओ अरुण कुमार ने कहा कि पेड़-पौधे सुरक्षित हैं, तो जन सुरक्षित हैं।जब तक पेड़-पौधे रहेंगे, मानव सभ्यता रहेगी।पृथ्वी को बचाने के लिए हर व्यक्ति को पौधा लगाना होगा। तभी हमारी आनेवाली पीढ़ी सुरक्षित रहेगी।जल जीवन हरियाली के तहत प्रखंड में बड़ी संख्या में पौधा लगाने व जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है।सामूहिक प्रयास से ही पर्यावरण बचाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि पौधे ही पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त करने का एकमात्र साधन है।उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह धरती पर पेड़-पौधे तेजी से काटे जा रहे हैं।अगर उस अनुपात में लगाया नहीं गया तो प्रदूषण से मुक्ति पाना मुश्किल हो जाएगा।थानाध्यक्ष नारदमुनि सिंह ने कहा कि आज पूरी दुनिया पर्यावरण संरक्षण के संकट से गुजर रही है। इस स्थिति में आज की नई पीढ़ी को पौधरोपण से जोड़ना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि घटते पेड़-पौधों की वजह से समूची दुनिया ग्लोबल वर्मिंग की समस्या झेल रही है तथा इसी वजह से भारत में मानसून भी हर साल कमजोर पड़ रहा है। छात्र-छात्राओं को इस संकट के खिलाफ घर से लेकर गाव-शहर तक में जन जागरूकता फैलाने की सलाह दी ताकि आने वाले समय में जिला, राज्य, देश तथा समूची दुनिया को इसका फायदा मिल सके।पृथ्वी और पर्यावरण को बचाना. अक्सर हम सभी कहते हैं कि ये धरती हमारी माँ है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि हम अपनी ही माँ का ध्यान नहीं रख रहे हैं. ध्यान तो छोड़िए, हम तो इसे अपवित्र ही कर रहे हैं, कभी प्रदूषण के माध्यम से, कभी इसके साथ छेड़छाड़ करके। संस्था अध्यक्ष घनश्याम कुमार ने कहा विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है. ये दिन एक मौका होता है जब करोड़ों लोग मिलकर पृथ्वी से जुड़ी पर्यावरण की चुनौतियों जैसे कि, क्लाइमेट चेंज. ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और जैवविविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने में और जागरुक हों और इसमें तेजी लाएं. इस दिन को इंटरनेशनल मदर अर्थ डे के रूप में भी जाना जाता है. इसे मनाने का मकसद यही है कि लोग पृथ्वी के महत्व को समझें और पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के प्रति जागरूक हों. यही वजह है कि इस दिन पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी को बचाने का संकल्प लिया जाता है.विश्व पृथ्वी दिवस के दिन पेड़ लगाकर, सड़क के किनारे कचरा उठाकर, लोगों को टिकाऊ जीवन जीने के तरीके अपनाने के लिए प्रेरित करने जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करके सेलिब्रेट किया जाता है. इसके अलावा बच्चों में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिन स्कूलों और विभिन्न समाजिक संस्थाओं द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाता है।जितेंद्र कुमार ने कहा साल 1970 से प्रारम्भ हुए इस दिवस को आज पूरी दुनिया के 192 से अधिक देशों के 1 अरब से अधिक लोग मनाते हैं। साल 2022में इसके 52 साल पूरे होने जा रहे है। पृथ्वी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पृथ्वी और पर्यावरण के संरक्षण हेतु जागरूक करना है। मौजूदा समय में ग्लेशियर पिघल रहे हैं, ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है और प्रदूषण भी खूब बढ़ रहा है।इन सभी से पृथ्वी नष्ट हो रही है। ऐसी स्थति में पृथ्वी की गुणवत्ता, उर्वरकता और महत्ता को बनाए रखने के लिए हमें पर्यावरण और पृथ्वी को सुरक्षित रखने की जरूरत है।

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