28 अक्टूबर को केंद्रीय विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह नालंदा विश्वविद्यालय के प्रगति कार्य को देखने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे,तैयारियों में जुटे संबंधित पदाधिकारी

28 अक्टूबर को केंद्रीय विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह नालंदा विश्वविद्यालय के प्रगति कार्य को देखने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे,तैयारियों में जुटे संबंधित पदाधिकारी


राजगीर।। 

28 अक्टूबर को केंद्रीय विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह नालंदा विश्वविद्यालय के प्रगति कार्य को देखने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे,जिसकी तैयारी विश्वविद्यालय संबंधित पदाधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं,यह उक्त बातों की जानकारी नालंदा विश्वविद्यालय के द्वारा प्रेस रिलीज जारी कर दिया गया है,जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि सीएम नीतीश कुमार ने नालंदा विश्वविद्यालय के लिए राजगीर पहाड़ियों की सुरम्य तलहटी में 455 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाया है,इसके पीछे नीतीश कुमार की सोच न केवल ज्ञान समाज बनाने की गौरवशाली परंपरा को पुनर्जीवित करना है बल्कि "जल, जीवन" हरियाली के अपने मंत्र के माध्यम से प्रकृति के साथ सद्भाव कायम करने की भी है,


नालंदा ने नवीन दृष्टिकोण के साथ, प्राचीन भारतीय स्वदेशी ऊर्जा मॉडल द्वारा निर्देशित, एक स्थायी परिसर के निर्माण की राह दिखाई है ।विश्वविद्यालय में महज तीन साल में 80 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जो अपने आप में एक मिसाल है । पिछले तीन साल में विश्वविद्यालय में ना सिर्फ कठिन बुनियादी ढांचे को विकसित किया गया बल्कि 6 स्कूलों और 12 शैक्षणिक कार्यक्रमों को शुरू किया गया और सॉफ्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ाया गया है,ऊर्जा संकट को दूर करने और भविष्य की पीढ़ी के लिए हमारे पर्यावरण का संरक्षण करने के उद्देश्य से, लगभग 200 नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग  पूरा होने की कगार पर हैं । इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कोविड -19 के विनाशकारी प्रभावों के बावजूद,

विश्वविद्यालय ने अपने शैक्षणिक कार्यक्रम और निर्माण कार्यों को रुकने नहीं दिया, यही वजह रही कि विश्वविद्यालय में सभी पाठ्यक्रमों को समय से पूरा किया जा सका और अब ये 30 से अधिक राष्ट्रीयताओं वाले विविध परिसरों में से एक बन गया है।  इस विश्वविद्यालय के विदेश मंत्रालय के अंतर्गत होने के कारण केंद्रीय मंत्री डॉ.सिंह की यात्रा काफी अहम हो जाती है । डॉ.सिंह खुद एक शिक्षाविद् हैं और 'प्रकृति के साथ सद्भाव' तथा अभिनव दृष्टिकोण के बड़े समर्थक भी हैं ।

उनकी ये यात्रा ना सिर्फ विविध राष्ट्रीयता वाले छात्रों में नई ऊर्जा का संचार करेगी बल्कि टीम नालंदा को प्रगति का मूल्यांकन करने और भविष्य के लिए कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने का अवसर भी प्रदान करेगी । डॉ.सिंह की ये यात्रा ज्ञान के प्राचीन केंद्र के प्रति भारत सरकार और विदेश मंत्रालय की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है,नालंदा विश्वविद्यालय  कार्बन न्यूट्रल और जीरो-वेस्ट कैंपस के मॉडल के तौर पर एक अनुकरणीय उदाहरण बन गया है।

नालंदा विश्वविद्यालय  आसियान-इंडिया नेटवर्क ऑफ यूनिवर्सिटीज के माध्यम से आसियान देशों के शैक्षणिक संस्थानों से जुड़ने के लिए एक नोडल एजेंसी होने के नाते, भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । विश्वविद्यालय के नए अवतार में आने के बाद डॉ. राजकुमार रंजन सिंह की ये पहली मंत्रिस्तरीय यात्रा है।

28 अक्टूबर को केंद्रीय विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह नालंदा विश्वविद्यालय के प्रगति कार्य को देखने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे,तैयारियों में जुटे संबंधित पदाधिकारी 28 अक्टूबर को केंद्रीय विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह नालंदा विश्वविद्यालय के प्रगति कार्य को देखने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे,तैयारियों में जुटे संबंधित पदाधिकारी Reviewed by News Bihar Tak on October 27, 2021 Rating: 5

No comments:

Subscribe Us

Powered by Blogger.