नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित +2 उच्य विद्यालय नगरनौसा के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामनरेश पासवान के सेवानिवृत्ति पर एक सम्मान समारोह का आयोजन कर उन्हें विद्यालय परिवार की ओर से भावभीनी विदाई दी गई
नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित +2 उच्य विद्यालय नगरनौसा के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामनरेश पासवान के सेवानिवृत्ति पर एक सम्मान समारोह का आयोजन कर उन्हें विद्यालय परिवार की ओर से भावभीनी विदाई दी गई
नगरनौसा।।
नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित +2 उच्य विद्यालय नगरनौसा के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामनरेश पासवान के सेवानिवृत्ति पर एक सम्मान समारोह का आयोजन कर उन्हें विद्यालय परिवार की ओर से भावभीनी विदाई दी गई।समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षक अरविंद प्रसाद सिंह ने किया।समारोह में विद्यालय परिवार की ओर से अंग वस्त्र, कलम, डायरी, गीता आदि पुरस्कार देकर एवं फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया।मौके पर कृष्ण कुमार सुधांशु ने कहा कि शिक्षक किसी भी छात्र-छात्रा के जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं. एक छात्र अपने टीचर से काफी करीब होता है.
इनमें से कई शिक्षक ऐसे होते हैं जो छात्र-छात्राओं के जेहन में सकारात्मक असर छोड़ते हैं।अतिथि अश्वनी कुमार ने कहा कि शिक्षकों की सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षक सरकार की सेवा नहीं बल्कि समाज में शिक्षा का अलख जगाकर शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की बात कही। गुरु का स्थान सबसे उंचा होता है। माता-पिता तो एक पौधा लगाते हैं। लेकिन गुरु तो पौधा लगाकर जगत को फल देने का कार्य करते हैं। उन्होंने श्री पासवान के सुखमय जीवन की कामना की। अतिथि अजित कुमार ने कहा कि सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक रामनरेश पासवान के कार्यो से सीख लेने की जरूरत है।उन्होंने अपना कार्यकाल पूर्ण जिम्मेदारी के साथ पूरा किया है। उन्होंने अपना शिक्षण कार्य कुशलता के साथ किया है।विदाई समारोह के मौके पर उपस्थित शिक्षकों के अलावा छात्र-छात्राओं की आंखें भी नम थीं. शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसकी आंखों से आंसू न निकले हों. इस अवसर पर स्कूल के छात्र एवं शिक्षक उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद कर भावुक हो गए।छात्राओं ने बताया कि स्कूल की विकास में रामनरेश पासवान का बहुत बड़ा योगदान था. गर्मी की छुट्टी हो या कोई अन्य छुट्टी, रामनरेश पासवान छात्रों को बुलाकर उन्हें पढ़ाते थे. अवकाश के दिनों में स्कूल पहुंचकर बच्चों को शिक्षा देते थे. यही कारण है कि बच्चे उन्हें काफी चाहते हैं और उनकी विदाई के वक़्त सभी छात्र भावुक हो गए.
स्कूल के शिक्षक उनकी विदाई के वक़्त उनके द्वारा दिए गए शिष्टाचार के सबक को याद कर उनकी कर्मठता को याद करते हैं. शिक्षकों ने बताया कि प्रभारी हेडमास्टर रामनरेश पासवान ने किस प्रकार अपने वेतन के पैसे से स्कूल के जर्जर भवन को बच्चों के पढ़ने लायक बनाया था. सभी लोग आज भी उनके द्वारा किए गए हर कार्य को सराहते हैं।विद्यालय में साइकिल स्टैंड की जीणोद्धार, स्मार्ट क्लास की सफल संचालन के साथ विद्यालय विकास को लेकर किये गए कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा किया।ऐसे ही एक शिक्षक की विदाई की बेला यानी रिटायरमेंट का समय आया तो स्कूल के छात्र फूट-फूटकर होने लगे।मौके पर रविरंजन ओझा,पंकज कुमार सिंह,नरेंद्र शर्मा,रवि कुमार, भारती, रंजना, कुमुद,रेखा सहित विद्यालय सभी शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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