कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलता है,जीवन में हार नहीं मानना चाहिए :एक्टर विनय भारती

कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलता है,जीवन में हार नहीं मानना चाहिए :एक्टर विनय भारती

बिहार।।

अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं तो सफलता जरूर मिलता है,इसका उदाहरण एक्टर विनय भारती नवादा जिले एक छोटे से गाँव डेढ़गाँव का रहने वाला है, और बहुत गरीब परिवार से हैं।पर आज यूट्यूब के माध्यम से अपनी कला को देखा कर इस दुनिया मे नाम रोशन करें हैं,इनका वीडियो भारत में ही नहीं विदेशों में भी आज देखा जा रहा है। विनय भारती ने न्यूज़ बिहार तक से विशेष बातचीत में उन्होंने अपने बारे में विस्तार से बताया है।बिनय भारती जी बचपन से ही बहुत मजाकिया किस्म के हैं, बचपन में जब वो स्कूल में थे, तब वे नाटक किया करते थे। जिसमे वो लोगों को हँसाने थे। ये आमतौर मगहिया /खोरठा में वीडियो बनाते है। इनका जीवन बेहद ही संघर्षपूर्ण रहा है, और आज भी संघर्ष करते हुए आप देख सकते हैं। इनकी विडियो में इतनी सच्चाई होती है कि आधे लोग इसे सिर्फ मनोरंजन के तौर पे देखते हैं उनके अंदर छिपी सच्चाई नहीं दिखती हैं। इनकी हर विडियो में कहीं न कहीं एक सच्चाई छीपी होती लोग उसे देखने की कोशिश ही नहीं करते हैं।इन्होंने बहुत ही मुश्किल से खुद से पार्ट टाइम काम करके खुद की पढ़ाई के लिए पैसा इकठ्ठा तक किये, यूँ कहें कि मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने के लिए उस वक्त Binay Bharti जी के पिताजी के पास उतने पैसे नहीं थे। आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब थी।ऐसा दुनिया में कोई इंसान नहीं जो कोई भी काम को कर न सके, आज इंसान बहुत जल्दी हार मान लेते हैं। उसके बाद फिर से खड़ा होने की हिम्मत तक नहीं होती है, आज लोगो को टेक्नोलॉजी ने आलसी बना दिया है और ये हकीकत हैं।उन्होंने कहा मैं जो रोज देखता हूँ टेक्नोलॉजी ने किस तरह बच्चों के दिमाग पर कब्ज़ा किया है की छोड़ने का नाम ही नहीं लेता है, जिसका असर कुछ ही महीनो और कभी कभी तो कुछ दिनों में ही दिख जाता है की किस तरह आज की टेक्नोलॉजी ने हर किसी के दिमाग कब्ज़ा कर रखा है। इसका लोग आज अच्छे के लिए भी इस्तेमाल करते हैं और बुरे के लिए भी ये उसके सोच और उसके शिक्षा पर निर्भर करता है की वह उसका इस्तेमाल किसके लिए करेगा।

आज ऐसे बहुत से लोग है जो इसका सही इस्तेमाल करके अपनी मंजिल तक पहुंचा है

जीवन एक संघर्ष है और जिसने भी जीवन में संघर्ष किया है एक ना एक दिन उसे सफलता अवश्य मिलती है। बस उस इंसान में उस काम को करने की क्षमता होनी चाहिए, लगन होनी चाहिए उसके बाद मंजिल उसके कदम चूमेगी। कुछ इसी तरह का काम कुछ इंसान बहुत कम वक्त में कर जाते हैं, वो बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। या कहे बहुत ही होते, जब वह उस काम को करने का निर्णय कर लेते हैं, और जब तक वह उस काम को पूरा नहीं कर लेते हैं तब तक उस काम को छोड़ते नहीं हैं,चाहे उस काम में वक्त कितना भी क्यों न लग जाए उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं।उस काम को करने के लिए हर किसी को दृढ संकल्प लेना चाहिए, साथ में संयम होना तो बेहद जरुरी होता है। जब तक आपके अंदर संयम नहीं होगा, तब आप बार बार हारते रहेंगे, बार बार बार टूटते रहेंगे इसलिए किसी भी काम को करने के बाद थोड़ा संयम बनाना बेहद जरूरी होता है। तो चलिए आपको विनय भारती जी के बारे में बताते है कि इन्होंने किस तरह अपने जीवन में संघर्ष किया हैं। खुद के जिन्दगी से लड़ा और मुकाम तक पहुँचने के लिए आज भी अथक प्रयास में लगे हैं।

विनय भारती का एक मध्यम वर्ग परिवार से तालुक  रखते हैं, और इनका पूरा बचपन अभावो में गुजरा।

इन्होंने अपना लगभग जीवन अपने नाना नानी के यहाँ गुजारा, कारण सिर्फ एक ही था जहाँ इनका अपना घर था वहां पर पढने लिखने कि कुछ खास व्यवस्था नहीं थी जिसके कारण इसको अपने नानी के यहाँ आ गए और यहीं से पढ़ाई लिखाई पूरी की। इनको बहुत ही कम उम्र में इनको नाना नानी घर डेढ़गाँव छोड़ आए जो की नवादा जिला के राजगीर में पड़ता है। आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से इन्होनें पढ़ाई के साथ साथ पार्ट टाइम काम भ किया। इनके पिताजी एक कारपेंटर है यानि लकड़ी का काम करते हैं, इनके परिवार वालों की आर्थिक स्थिति बहुत ही ख़राब थी,विनय भारतीको अच्छे से पढ़ा लिखा भी नहीं सकते थे।लेकिन कहते हैं न जब जिम्मेवारियां बचपन से ही सर पर आ जाय तो से लेकर चलना हर कोई सीख ही जाता हैं। कुछ इसी तरह का जिम्मेवारियां विनय भारती के सर पर भी थी, विनय भारती ने पढ़ाई के साथ साथ काम भी किया और इन्होंने किसी तरह ग्रेजुएशन पूरा किया। ज्यादा पैसे ना होने का कारण आगे की पढ़ाई में बाधा हो रही थी।और विनय भारती की घर की स्थिति ख़राब होने की वजह से वह परिवार वालों से पैसे भी नहीं मांग मांगते थे, जिससे की थोड़ी बहुत जो घर की स्थिति ठीक भी हैं कहीं वो भी ख़राब न हो जाये। इसके लिए पढ़ाई के साथ साथ विनय भारती एक कंप्यूटर सेंटर
में पढ़ाना शुरू कर दिया।लेकिन विनय भारती 
सीधे कह देते की मेरे पास अभी काम चलाने लायक पैसे है।विनय भारती जहाँ काम करते थे, 
कंप्यूटर सेंटर के डायरेक्टर का कहीं और जॉब हो गया।जिसके कारण कंप्यूटर सेंटर को बंद करने की नौबत आ गई। लेकिन विनय भारती की मेहनत और लगन देखकर कंप्यूटर सेंटर के डायरेक्टर ने विनय भारती को एक लैपटॉप दे दिया।जिसके बाद विनय भारती उस लैपटॉप से अपने क्लास के छात्रो का फॉर्म भरने लगे, जिससे थोड़ी बहुत इनकम
होने लगी।लेकिन कुछ समय पश्चात इन्होंने एक स्कूल ज्वाइन किया जहाँ पर ये कंप्यूटर सिखाने का काम करते थे, और साथ में घर में ही पैन कार्ड जैसे अन्य फॉर्म भी भरने लगे थे।जिससे थोड़ी बहुत घर चलने लायक पैसे आ जाते थे, इसी दरमियान इन्होंने यूट्यूब ऐसे ही सर्च कर दिया कि How to earn money to internet तो उसके सामने बहुत सारे विडियो खुल के आ गए जिसमे उसने Blog और YouTube के बारे में पता चला जिससे पैसा कमाया जा सकता है। तो उसने देर न करते हुए उसी समय यूट्यूब पर हिंदी झरोखा के नाम से एक चैनल बना लिया, अब सबसे बड़ी समस्या ये थी की चैनल तो बना लिया लेकिन विडियो कैसे शूट करे। न कोई कैमरा और ना ही स्मार्ट फोन तो इसने लैपटॉप के स्क्रीन रिकॉर्डिंग और गूगल से फोटो को जोड़ कर विडियो बनाने लगा।12 से 15 विडियो बना के उपलोड तो कर दिया लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा था,और बिनय जी बहुत निराश हो गए उसे अब लगने लगा कि अब कुछ नहीं होनेवाला हैं हमारा।तो फिर इसने 700 रुपये खर्च करके एक वेबसाइट बनाई, जहाँ पर ये नई नई जानकारियां देने लगे, 2 से 3 महीने में इसकी वेबसाइट पर Google AdSense के जरिये Ads दिखने लगे, अब इन्हें लगने लगा कि अब कुछ पैसे आ सकते हैं लेकिन यहाँ भी कुछ हाथ नहीं लगा क्योंकि अगर वेबसाइट से पैसे कमाने है तो आपको बहुत सारे ट्रैफिक लाने पड़ते हैं, जो इनकी वेबसाइट पर नही थी। इसी बीच के दरमियान इसके YouTube चैनल पर उपलोड किये एक विडियो Trending लिस्ट में चला गया, Viral हो गया, बिनय जी को तो पता भी नहीं कि ये क्या चीज होती है। अचानक इनके YouTube चैनल पर View और Subscriber बढ़ गए, और तो और इनके चैनल पर Ads भी चालू हो गया, Monetization भी on हो गया।अब वो अच्छी quality के विडियो डालना चाहते थे लेकिन उसके पास कैमरा नहीं था,लेकिन किसी तरह इन्होंने किश्ती ( Finance ) पर एक मोबाइल लिया और उसी से विडियो शूट करने लगा,एक दिन विडियो शूट के दौरान इसके मोबाइल गिर गया जिसमे इसके मोबाइल का Display फुट गया, इन्होंने किसी तरह स्कूल से मिले पैसे से मोबाइल को बनवाया।जिसके कारण इसके पासा जमा सब पैसे खत्म हो चुके थे अब इनके पास कुछ भी नहीं बचा था, बहुत टूटता जा रहा था, किसी तरह इन्होंने खुद को संभाला और फिर से करने की ठानी। उसके कुछ दिन बाद इन्होंने Tech से रिलेटेड विडियो बनाने शुरू कर दी। लेकिन फिर भी 14000 Subscriber होने के बावजूद भी View नहीं बढ़ रहे थे, इन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था की अब क्या करे, तो इन्होंने अब कुछ अलग करने की सोची।जब गाँव में रहते थे तो सरस्वती पूजा के दौरान ड्रामे में उसका एक अहम् रोल होता था।

उसने तय कर लिया था कि अब वे सरस्वती पूजा में जो कॉमेडी ड्रामा करते थे अब वे वही करेंगे।

अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर हिंदी कॉमेडी विडियो बनाने लगे और कुछ वक्त बीतने के बाद भी कोई पहचान नहीं बन पाई। क्योंकि इससे भी अच्छे अच्छे हिंदी में कॉमेडी बनाने वाले पहले से ही YouTube पर विडियो बना रहे थे। तो फिर से ये अपने दोस्तों से सलाह ली और पुचा कि क्यों ना मैं अपने भाषा मगही में विडियो बनाऊं तो कैसा रहेगा, तो इसके सभी दोस्तों ने कहा बहुत बढ़िया रहेगा। तो फिर क्या हो गए अकेले शुरू, और इसने Binay Bharti से एक नया YouTube चैनल बनाया और lockdown के बीच में इसने दो विडियो बना के अपने चैनल पर डाला। जिसमे से एक विडियो कोरोना फंस गया मुखिया के जाल में Viral हो गया।इनका ये विडियो एकदम उस वक्त कोरोना वायरस की ही तरह हर सोशल नेटवर्किंग साईट पर फैल गया।और हर जगह कुछ वक्त के लिए इनके ही विडियो देखने को मिल रहा था, इनकी ये विडियो Binay Bharti को रातों रात Popular बना दिया। और अचानक से इनके चैनल पर Subscriber बढ़ने लगे, अब थोड़ी सी राहत मिली इनको, अब इनको लगा की कुछ जा के हासिल हुई। कुछ दिन बाद अब थोड़े बहुत income होने लगी, लेकिन उतना भी नहीं बस जितना से घर चल जाये। तो आपको अब समझ में आ गई होगी कि जिंदगी में कितनी कठिनाइयां आती है, और कुछ लोग हार नहीं मानते है, उसे हासिल कर के ही छोड़ते हैं।क्योंकि उस इन्सान को खुद की कमजोरी का एहसास हो जाता है, और उस कमजोरी को दूर करके,फिर से उसी काम में लग जाता है और उसे पूरा विश्वास होता है की अबकी वह Fail नहीं होगा। आज ऐसे बहुत से इन्सान है जो 0 से शुरू किया और आज बुलंदी की ऊँचाईयों पर है क्योंकि वो आज भी उस काम को बड़े सलीके से कर रहा है तरीके से कर रहा है, और आज उसका कोई अंत ही नहीं है, जिंदगी एक जंग है हर वह इन्सान के लिए जिसके पास शून्य हैं, जिसने सोच लिया की वह कुछ नहीं कर सकता है ये उसके बस की बात नहीं है, वो करने से पहले ही हार मान लेता है, पहले काम करो फल की चिंता मत करो।
कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलता है,जीवन में हार नहीं मानना चाहिए :एक्टर विनय भारती कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलता है,जीवन में हार नहीं मानना चाहिए :एक्टर विनय भारती Reviewed by News Bihar Tak on September 14, 2021 Rating: 5

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